शिक्षामित्रों पर जिम्मेदारी बड़ी पर मानदेय नहीं- शिक्षामित्र संघ शिक्षामित्रों पर जिम्मेदारी बड़ी पर मानदेय नहीं- शिक्षामित्र संघ
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने आरोप लगाया है कि शिक्षामित्रों पर जिम्मेदारियां बड़ी-बड़ी थोप दी गई परन्तु मानदेय नहीं पर सरकारी न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही।
संगठन के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने बताया कि यूपी के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत लगभग 1.46 लाख शिक्षामित्रों को दिन प्रतिदिन नई-नई जिम्मेदारियां दी जा रही है। इस समय प्रदेश भर में अधिकांश शिक्षामित्र एसआईआर कार्य में लगे हैं, जिसका अधिकांश कार्य एंड्रॉयड फोन के माध्यम से किया जाना है। शिक्षामित्र को ₹10000 मानदेय मिलता है, जिसमें एक माह का घर का खर्च चल पाना मुश्किल है।
ऐसे में वह एंड्रॉयड फोन की व्यवस्था कैसे करें जिस पर अधिकारियों का ध्यान नहीं है, परंतु बीएलओ कार्य कर रहे शिक्षामित्र पर लगातार कार्य को लेकर अधिकारियों द्वारा मानसिक दबाव बनाया जा रहा है, जिस कारण शिक्षामित्र ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारी का शिकार हो रहे हैं।
