देश के एक लाख स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक पर पूरा बोझ Teachers Information In India

Imran Khan
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देश के एक लाख स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक पर पूरा बोझ

नई दिल्ली, एजेंसी। देश में 1,04,125 ऐसे स्कूल हैं, जहां सिर्फ एक शिक्षक छात्रों को पढ़ाने और स्कूल चलाने का काम करता है। इन स्कूलों में कुल 33,76,769 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, जिसका मतलब है कि एक शिक्षक औसतन 34 छात्रों के लिए अकेले जिम्मेदार है।

शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों में यह तथ्य सामने आए हैं। एक शिक्षक वाले स्कूलों में दूसरे स्थान पर यूपी सबसे अधिक एक-शिक्षक वाले स्कूल आंध्र प्रदेश में हैं, इसके बाद उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक और लक्षद्वीप आते हैं। छात्रों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है, इसके बाद झारखंड, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश आते हैं।


दिल्ली में नौ एक-शिक्षक वाले स्कूल हैं। पुडुचेरी, लद्दाख, दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव तथा चंडीगढ़ में ऐसे स्कूल नहीं हैं। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में केवल चार एक-शिक्षक वाले स्कूल हैं। राज्यों में एक-शिक्षक वाले स्कूलों की संख्या राज्य स्कूल आंध्र प्रदेश 12,912 उत्तर प्रदेश 9,508 झारखंड 9,172 महाराष्ट्र 8,152 कर्नाटक 7,349 लक्षद्वीप 7,217 मध्य प्रदेश 7,217 पश्चिम बंगाल 6,482 राजस्थान 6,117 छत्तीसगढ़ 5,973 तेलंगाना 5,001 एक-शिक्षक वाले स्कूलों में छात्रों की अधिक संख्या यूपी में राज्य छात्र उत्तर प्रदेश 6,24,327 झारखंड 4,36,480 पश्चिम बंगाल 2,35,494 मध्य प्रदेश 2,29,095 कर्नाटक 2,23,142 आंध्र प्रदेश 1,97,113 राजस्थान 1,72,071 चंडीगढ़-दिल्ली में प्रति स्कूल सबसे ज्यादा छात्र चंडीगढ़ और दिल्ली में प्रति स्कूल सबसे ज्यादा छात्रों की संख्या है, क्रमशः 1,222 और 808। इसके विपरीत, लद्दाख, मिजोरम, मेघालय और हिमाचल प्रदेश में औसत छात्र संख्या काफी कम है, क्रमशः 59, 70, 73 और 82। अधिकारियों के अनुसार, अधिक छात्रों वाले स्कूल यह दर्शाते हैं कि स्कूल की अवसंरचना का बेहतर उपयोग हो रहा है।

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