शिक्षामित्र, शिक्षक पात्रता एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा
शाहजहांपुर। शिक्षामित्र, शिक्षक पात्रता एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा। जिलाध्यक्ष सोनिका गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2001 से अब तक सन्तोषजनक शिक्षण कार्य कर रहे है।
उनकी योग्यता मानक अनुसार सही है। उत्तराखंड राज्य के शिक्षामित्र के अनुसार उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र शासनादेशानुसार वर्ष 1999 द्वारा चयनित हुए थे। इसके उपरांत नबम्बर 2000 में उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड राज्य अलग बन गया। अधिक सेवा और योग्यता टीईटी तथा सीटेट को आधार मानकर सेवा नियमावली वर्ष 2019 बनाकर उत्तराखण्ड राज्य ने शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर नियमित कर दिया है। यहां भी किया जाए।