NTA : लोक सभा चुनाव की तरह होंगी NEET, JEE परीक्षाएं, NTA के एग्जाम में 8 बड़े बदलाव
NTA Exams : मेडिकल की अंडरग्रेजुएट प्रवेश परीक्षा NEET UG 2024 में गड़बड़ी के बाद अब एनटीए में बड़े बदलाव की सिफारिश की गई है. एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी अब सिर्फ उच्च शिक्षण संस्थानों, यूनिवर्सिटी और कॉलेज की प्रवेश परीक्षाएं ही करा सकेगी.
एजेंसी से भर्ती परीक्षाएं छीन ली गई हैं. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी बताया है कि नीट 2025 के पैटर्न को लेकर भी जल्द फैसला लिया जाएगा. अभी इसको लेकर शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच बातचीत और बैठकें चल रही हैं.
नीट यूजी 2024 में गड़बड़ियों के बाद शिक्षा मंत्रालय ने डॉ. के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति गठित की थी. इस समिति ने परीक्षाओं को निष्पक्ष और कदाचार मुक्त तरीके से आयोजित करने के लिए कई सिफारिशें की हैं.
1. नीट यूजी 2025 ऑनलाइन होगा या पेन-पेपर मोड में?
नीट यूजी परीक्षा अभी तक पेन-पेपर मोड में होती रही है. अब स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालय फैसला करेंगे कि नीट यूजी 2025 परीक्षा पेन-पेपर मोड से हो या कंप्यूटर बेस्ड यानी सीबीटी मोड में. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि सरकार आने वाले समय में कंप्यूटर बेस्ड प्रवेश परीक्षा की ओर कदम बढ़ाना चाहती है.
2. डीएम तय करेंगे परीक्षा केंद्र
राधाकृष्णन समिति की सिफारिशों के अनुसार, अब परीक्षा केंद्र जिलाधिकारी तय करेंगे. प्रवेश परीक्षाओं के केंद्र किस स्कूल या कॉलेज में बनाए जाएंगे, इसका फैसला उस जिले के डीएम करेंगे. साथ ही इसकी जांच में राज्य सरकार और पुलिस सहयोग करेगी.
3. तगड़ी होगी सुरक्षा
परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी. परीक्षा केंद्र चिन्हित होने के बाद एनआईसी और एनआईटी की टीम उसका दौरा करेगी. साथ ही हर जिले में परीक्षाओं की निगरानी के लिए सीसीटीवी मॉनिटरिंग सेंटर बनाए जाएंगे.
4. बनेंगे मोबाइल टेस्टिंग सेंटर
अभी तक एनटीए की ओर से आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं की निगरानी एजेंसी के दिल्ली स्थित मुख्यालय से होती थी. अब इसकी डीवीआर एनटीए के पास सुरक्षित रहेगी. समिति ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखड़, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख यानी उत्तरी हिमालयन राज्य के अलावा अंडमान निकोबार द्वीप समूह और उत्तर-पूर्वी राज्यों में मोबाइल टेस्टिंग सेंटर बनाने की सिफारिश है.
5. पेपर के होंगे तीन से अधिक सेट
एनटीए को किसी भी प्रवेश परीक्षा के पेपर के कम से कम तीन सेट बनाने होंगे. एक सेट हमेशा बैकअप में रहेगा. अलग-अलग सेट में एक ही प्रश्न अलग-अलग नंबर से होगा.
6. आईआईटी की तर्ज पर रिजल्ट की जानकारी
एनटीए को जेईई एडवांस्ड की तर्ज पर रिजल्ट की तिथि और समय की जानकारी पहले देनी होगी. रिजल्ट जारी करने में लेटलतीफी नहीं चलेगी.
7. परीक्षा केंद्र पर प्रीसाइडिंग ऑफिसर
समिति की ओर से की गई सिफारिशों के अनुसार, लोक सभा चुनाव प्रक्रिया की तरह परीक्षाओं के आयोजन की भी समान रूपरेखा तैयार की जानी चाहिए. जिसमें जिला कलेक्टर से लेकर पूरे राज्य का प्रशासनिक तंत्र शामिल होता है. कहा गया है कि हर एक परीक्षा केंद्र में एनटीए का एक प्रीसाइडिंग ऑफिसर होना चाहिए. जो ओवरऑल इंचार्ज होगा.
8. मतदान की तरह सील हो टेस्टिंग सेंटर
पैनल ने सुझाव दिया है कि मतदान के दौरान जिस तरह ईवीएम वाले वाले कमरों को मतदान अधिकारियों और उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सील किया जाता है, उसी तरह परीक्षा से पहले जिला प्रशासन और पुलिस की उपस्थिति में टेस्टिंग सेंटर को भी सील किया जाना चाहिए.