बीएसए ने तलब की सभी स्कूलों से खाद्यान्न उपलब्धता की रिपोर्ट
मिडडे मील योजना के तहत स्कूलों को पर्याप्त खाद्यान्न नहीं पाने की समस्या को हिन्दुस्तान समाचार पत्र ने प्रमुखता से उठाया था। बुधवार को बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूलों में खाद्यान्न की उपलब्धता के संबंध में समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।
परिषदीय स्कूलों के छात्रों को शासन मिडडे मील योजना के अंतर्गत भोजन उपलब्ध कराता है। इस सत्र में अप्रैल से सितंबर तक भोजन की व्यवस्था सही रही। अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही में स्कूलों को मांग की तुलना में बेहद कम खाद्यान्न मिल पाया। इसके चलते योजना के क्रियान्वयन में दिक्कतों का स्कूलों का सामना करना पड़ रहा है। हिन्दुस्तान ने बुधवार के अंक में मिडडे मील पर संकट, विद्यालयों को नहीं मिल रहा पूरा खाद्यान्न खबर के जरिए इस समस्या को उठाया। इसमें उन स्कूलों का विवरण भी दिया गया जहां खाद्यान्न संकट है। खबर का तत्काल असर हुआ। बीएसए संजय सिंह ने बुधवार को सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किया। उन्होंने हिन्दुस्तान में प्रकाशित खबर के संबंध में निर्देश दिया कि विद्यालयों में खाद्यान्न की उपलब्धता के संबंध में समीक्षा की जाए। दिसंबर 2024 तक के लिए स्कूलों में खाद्यान्न की उपलब्धता के संबंध में रिपोर्ट सुनिश्चित करें। साथ ही जनवरी 2025 से मार्च 2025 के लिए गेहूं और चावल दोनों की डिमांड भी प्राप्त करें। उन्होंने प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालयों की अलग-अलग रिपोर्ट तलब की है।