अपार आईडी बनाने की प्रक्रिया धीमी, बने महज 2.1 फीसदी
मऊ, संवाददाता। छात्रों के लिए एक नई योजना के तहत डीजी स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश के ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्टर (अपार आईडी) बनाने का निर्देश जारी किया गया है। इस प्रक्रिया को पूरा करने का जिम्मा विद्यालयों को सौंपा गया था, लेकिन जिले में इसकी शुरुआती प्रगति फिलहाल धीमी है।
18 दिनों में अबतक 2.1 प्रतिशत बच्चों की ही आईडी बन पाई है, जिसको लेकर बीएसए ने नाराजगी जाहिर की है।
बीएसए संतोष कुमार बताया यू-डायस पोर्टल पर एक से बारह तक के सभी विद्यार्थियों की अपार आईडी से शैक्षिक प्रगति और उपलब्धि को ट्रैक करने के लिए सृजित किया जाना है। उन्होंने बताया नौ ब्लॉक और नगर क्षेत्र में कुल 2700 विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें लगभग 3 लाख 76 हजार 243 छात्र-छात्राओं का पंजीकरण है, जिनकी अपार आईडी बनाई जानी है। इस संबंध में सितंबर में आदेश आया था, लेकिन गत 20 नवंबर से जिले में बनाने की प्रक्रिया स्कूल स्तर पर शुरू की गई। अबतक 7946 यानि 2.1 प्रतिशत ही बच्चों की अपार आईडी बन सकी है। बीएसए ने डीआईओएस, जिला समाज कल्याण अधिकारी, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और समस्त बीईओ को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि व्यक्तिगत रुचि लेते हुए यू-डायस पोर्टल के माध्यम से सभी विद्यार्थियों का अपार आईडी बनाने की कार्यवाही को पूरा कराएं।