इसके लिए शासन की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग को बजट भी आवंटित हो गया है। आवंटित बजट से विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराया जाएगा। परिषदीय विद्यालयों में बेहतर हो रही पठन-पाठन व्यवस्था के चलते छात्र संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे विद्यालयों में छात्रों के बैठकर अध्ययन करने की समस्याएं सामने आ रही हैं। अब छात्र संख्या बढ़ने के चलते विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष बनाए जाने के लिए सहमति शासन की तरफ से मिल गई है। इसके लिए बजट आवंटित हो गयी है। पहले चरण में 16 ब्लाकों में 15 विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय की तरफ से एक करोड़ 35 लाख रुपये का बजट भेज भी दिया गया है।
गाजीपुर में वर्तमान में 2266 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इसमें कुल दस हजार शिक्षक सहित शिक्षा मित्र और अनुदेशक की तैनाती है। इन स्कूलों में पंजीकृत करीब दो लाख 47 हजार छात्रों के लिए पठन-पाठन कार्य संपन्न कराया जा रहा है। इसके साथ ही परिषदीय स्कूलों को हाइटेक कर छात्र संख्या बढ़ाए जाने पर भी जोर दिया जा रहा है। विद्यालयों की बेहतरी व उच्च पठन-पाठन व्यवस्था की बहाली के चलते हर साल छात्रों की संख्या में इजाफा हो रहा है। संख्या बढ़ने के चलते कई विकास खंडों के स्कूलों में शिक्षकों को कक्षा संचालन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, इसलिए भूकंपरोधी अतिरिक्त कक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा शासन की तरफ से भेजा गया था। बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि जिले में जिन 15 परिषदीय विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष बनाया जाना है। उनमें भूमि सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। सवा छह मीटर लंबा व साढ़े पांच मीटर चौड़ा बनाए जाने वाले प्रति कमरे के लिए शासन की तरफ से एक कमरा पर नौ लाख रूपया खर्च किया जाएगा।