जागरण संवाददाता, हरदोईः चयन वेतनमान के लिए परेशान शिक्षकों के लिए राहत की बात है। चयन वेतनमान में खेल की दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को बीएसए ने गंभीरता लिया है। बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इसके लंबित मामलेरत कौरने कार्यदिवसों दिये गए हैं। बीएसए ने चेतावनी भी दी गई है कि दो दिनों में निस्तारण आख्या न देने वालों का उत्तरदायित्व तय कर उनके विरुन्द्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के लिए शासन ने चयन वेतनमान पाने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से आनलाइन व्यवस्था लागू की थी। इसके बाद 10 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों को स्वतः इस श्रेणी में शामिल होकर लाभ मिलना था। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट रही। इस समय कुल 1012 शिक्षक चयन वेतनमान की सूची में आए हैं, लेकिन उनमें से सिर्फ 170 की फाइलें ही लिपिक स्तर तक पहुंच पाईं। ये भी आगे बढ़ने की प्रतीक्षा में धूल खा रही हैं। वहीं 862 शिक्षकों की पत्रावलियां ब्लाक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों में ही अटकी पड़ी हैं। सबसे गंभीर बात यह कि ब्लॉक से बीएसए कार्यालय तक एक भी फाइल नहीं पहुंची। यानी पूरी प्रक्रिया ब्लाक स्तर पर ही ठप है। शिक्षकों का कहना है कि कई लिपिक फाइल आगे बढ़ाने में टाल-मटोल करते हैं और अप्रत्यक्ष रूप से कुछ देने की उम्मीद रखते हैं। जब तक संकेत न मिले, फाइल आगे नहीं बढ़ती। शासन ने जिन कारणों से शिक्षकों के चयन वेतनमान को लेकर होने वाले खेल की मंगलवार को दैनिक जागरण के अंक में प्रकाशित खबर
ऑनलाइन प्रणाली लागू की थी, वही कारण आज भी जस के तस बने हुए हैं। सवाल यह है कि जब आनलाइन प्रक्रिया स्वतः शिक्षकों को श्रेणी में शामिल कर देती है, तो फिर फाइलें ब्लाक और बीएसए कार्यालय में क्यों अटक रही हैं? दैनिक जागरण ने इसी मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, जिसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए डा. अजित सिंह ने दो दिन के अंदर चयन वेतन मान के मामलों के निस्तारण का आदेश दिया है और कहा कि जो ऐसा नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
