UP RO ARO Admit Card: 27 जुलाई को आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा, 75 जिलों में बनेंगे 2 हजार से ज्यादा केंद्र, एडमिट कार्ड जल्द
UP RO ARO Recruitment exam 2025
UP RO ARO Recruitment exam 2025: उत्तर प्रदेश में समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षा का आयोजन 27 जुलाई 2025 को किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राज्य सरकार इस परीक्षा को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न कराने के लिए व्यापक तैयारियों में जुटी हुई है।
UP RO ARO Recruitment exam 2025 |
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत होनी चाहिए कि "कोई परिंदा भी पर न मार सके"। इस दिशा में प्रशासनिक स्तर पर सख्त निगरानी और ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को एडमिट कार्ड का इंतजार है। एडमिट कार्ड 17 जुलाई को जारी किए जा सकते हैं।
इस परीक्षा में प्रदेश के5 जिलों से करीब 10 लाख 76 हजार 4 अभ्यर्थी भाग लेंगे। इतने बड़े स्तर पर आयोजित होने वाली इस परीक्षा के लिए राज्यभर में 2,000 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों को परीक्षा की शुचिता, पारदर्शिता और शांति पूर्वक संचालन के लिए सभी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
परीक्षा केंद्र निर्धारण की विशेष प्रक्रिया
परीक्षा केंद्रों के चयन और निर्धारण को लेकर राज्य सरकार ने स्पष्ट मानक निर्धारित किए हैं। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, तकनीकी शिक्षा अधिकारी और अन्य जिम्मेदार अधिकारी शामिल हैं। यह समिति परीक्षा केंद्रों का निर्धारण दो श्रेणियों में कर रही है:
श्रेणी 'A': इसमें केवल सरकारी या राजकीय सहायता प्राप्त उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, पॉलिटेक्निक संस्थान और सरकारी मेडिकल कॉलेज शामिल होंगे।
श्रेणी 'B': इसमें ऐसे प्रतिष्ठित निजी संस्थानों को शामिल किया जाएगा, जिनका पूर्व परीक्षाओं में प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा हो।
केंद्र का स्थान और यातायात की सुविधा
परीक्षार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्रों का चयन बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और कोषागार से 10 किलोमीटर की परिधि में किया जा रहा है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि अभ्यर्थियों को परिवहन और अन्य मूलभूत सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें। सभी परीक्षा केंद्र नगरीय क्षेत्रों में ही होंगे।
परीक्षा के लिए 2,242 केंद्र ऐसे चिन्हित किए गए हैं जिनमें 480 अभ्यर्थियों के बैठने की क्षमता है, वहीं 2,803 केंद्रों की क्षमता 384 परीक्षार्थियों की है। अब तक 75 में से 63 जिलों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 1,750 केंद्रों पर 7,63,532 परीक्षार्थियों की बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा चुकी है। शेष 3,12,472 उम्मीदवारों के लिए केंद्रों का चयन जारी है। प्रत्येक परीक्षा पाली में अधिकतम 5 लाख अभ्यर्थियों तक की सीमा तय की गई है ताकि परीक्षा संचालन सरल हो। यदि किसी जिले में परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होती है तो वहां दो पालियों में परीक्षा कराई जाएगी।
सुरक्षा और निगरानी के सख्त इंतजाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद परीक्षा की तैयारियों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। उनकी निगरानी में हर स्तर पर सख्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। परीक्षा केंद्रों पर पुलिस बल की तैनाती, सीसीटीवी कैमरे, फ्लाइंग स्क्वॉड, और गोपनीय जांच टीमें सक्रिय रहेंगी। इसके अतिरिक्त केंद्रों के आसपास निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू की जाएगी ताकि कोई भी अवांछनीय गतिविधि न हो सके।