कंप्यूटर के शिक्षकों की भर्ती की सबसे बड़ी अड़चन हुई दूर Computer Teachers Vacancy

Imran Khan
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कंप्यूटर के शिक्षकों की भर्ती की सबसे बड़ी अड़चन हुई दूर

प्रयागराज। संजोग मिश्र राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर विषय की एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) भर्ती की सबसे बड़ी अड़चन को दूर करते हुए बीएड की अनिवार्यता से छूट दे दी गई है। 28 मार्च को जारी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ शिक्षा (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) सेवा (षष्टम संशोधन) नियमावली 2024 में इस महत्वपूर्ण बदलाव को मंजूरी दी गई है।


2018 की एलटी ग्रेड भर्ती में पहली बार राजकीय विद्यालयों में कंप्यूटर विषय को शामिल किया गया था। उस समय कंप्यूटर विषय के लिए बीएड की अर्हता अनिवार्य थी। कंप्यूटर विषय तकनीकी होने के कारण अधिकांश आवेदकों के पास बीएड की डिग्री नहीं थी। यही कारण है कि 2018 में विज्ञापित इस विषय के 1673 रिक्त पदों में से 1637 पद खाली रह गए थे। सिर्फ 36 कंप्यूटर शिक्षकों का ही चयन हुआ था। नियमावली में इस कमी को दूर करते हुए कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती में अब बीएड को अधिमानी अर्हता के रूप में शामिल किया गया है। यानि बीएड करने वालों को चयन में वरीयता तो मिलेगी, लेकिन बीएड नहीं करने वाले अभ्यर्थी भी सहायक अध्यापक बन सकेंगे। माना जा रहा है कि इस संशोधन से राजकीय विद्यालयों में कंप्यूटर विषय के शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी।

7385 पदों पर होनी है भर्ती

अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) अजय कुमार द्विवेदी का कहना है कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की नियमावली संशोधित हो चुकी है और उसी के आधार पर चयन होगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने एलटी ग्रेड के 7385 (2525 महिला व 4860 पुरुष श्रेणी) पदों का अधियाचन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को भेजा है। संशोधित नियमावली में समकक्षता शब्द पूरी तरीके से हटा दिया गया है ताकि इसकी आड़ में होने वाली मुकदमेबाजी से बचा जा सके और समय से भर्ती पूरी हो सके।

एलटी कला में बीएफए के लिए बीएड अनिवार्य नहीं

एलटी ग्रेड की संशोधित नियमावली में कला विषय की शिक्षक भर्ती में भी बीएफए योग्यताधारी अभ्यर्थियों को बीएड से छूट दी गई है। पहले कला या ललितकला विषय के साथ स्नातक और बीएड की उपाधि अनिवार्य थी। संशोधित नियम में कला विषय के साथ स्नातक और बीएड को तो रखा गया है। इसके अलावा ललितकला (बीएफए) करने वाले अभ्यर्थियों के लिए बीएड अनिवार्य नहीं है। बीएड अधिमानी अर्हता है यानि चयन में वरीयता तो मिलेगी लेकिन बीएड न करने वाले अभ्यर्थी भी शिक्षक बन सकेंगे।

उत्तर मध्यमा करने वाले एलटी हिंदी में कर सकेंगे आवेदन

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के संशोधित नियम में अब उत्तर मध्यमा करने वाले अभ्यर्थी भी हिंदी विषय के सहायक अध्यापक बन सकेंगे। एलटी हिंदी के लिए स्नातक में हिंदी एक विषय के साथ, इंटरमीडिएट में संस्कृत एक विषय और बीएड की पहले अनिवार्यता थी। इसे अब संशोधित करके स्नातक में एक विषय के रूप में हिंदी के साथ इंटरमीडिएट में संस्कृत एक विषय के रूप में या उत्तर मध्यमा कोर्स वाले भी वह अभ्यर्थी जो बीएड की उपाधि रखते हों आवेदन के लिए पात्र होंगे।

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