UPESSC Teachers Bharti: ई–अधियाचन के इंतजार में फंस गई शिक्षक भर्तियां, अब तक किसी भी विभाग ने अधियाचन नहीं भेजा
प्रयागराज। रिक्त पदों पर भर्ती के लिए शासन ने ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू की है। ऐसे में संबंधित विभाग रिक्त पदों का अधियाचन अब ऑनलाइन भेजेंगे। माह भर पहले उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के पदाधिकारियों ने शिक्षा विभाग के निदेशकों व प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर ऑनलाइन अधियाचन मांगे थे, लेकिन अब तक किसी भी विभाग ने अधियाचन नहीं भेजा है।
एलटी ग्रेड, प्रवक्ता, टीजीटी राजकीय विद्यालयों एवं पीजीटी व असिस्टेंट प्रोफेसर महाविद्यालयों व अशासकीय सहायता प्राप्त के पदों पर होनी हैं भर्तियां माध्यमिक विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ई-अधियाचन के इंतजार में भर्तियां फंसी हुई हैं।
पूर्व में उच्च शिक्षा निदेशालय ने यूपी लोक सेवा आयोग को राजकीय डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के 562 पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन भेजा था। वहीं, माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक के 7258 पदों व प्रवक्ता के 1647 पदों का अधियाचन भेजा था। ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू होने के बाद अब विभाग ऑनलाइन अधियाचन भेजेंगे।
आयोग ने कैलेंडर में यह स्पष्ट कर दिया है कि एलटी ग्रेड शिक्षक, प्रवक्ता व असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों का ई-अधियाचन मिलने के बाद इन भर्तियों के विज्ञापन जारी किए जाएंगे।
वहीं, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को भी अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी पीजीटी व अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर भर्ती शुरू करने के लिए ई-अधियाचन का इंतजार है।
शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष, सदस्यों व अफसरों ने माह भर पहले शिक्षा विभाग के निदेशकों व उनके प्रतिनिधियों के साथ अधियाचन को लेकर बैठक की थी, जिसमें आयोग ने संबंधित विभागों से एक सप्ताह में ई-अधियाचन के माध्यम से पदों का विवरण मांगा था। आयोग के सूत्रों का कहना है कि अब तक किसी विभाग ने ई अधियाचन नहीं भेजा।
ऑनलाइन अधियाचन प्राप्त होने के बाद ही नई शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती प्रक्रिया लंबित है, जिसके लिए परीक्षा 14 व 15 मई और 20 व 21 जून प्रस्तावित है। इनके अलावा टीजीटी पीजीटी के तकरीबन 20 हजार पद खाली हैं। वहीं, अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर लंबित भर्ती के लिए परीक्षा 16 व 17 अप्रैल को प्रस्तावित है।
इन पदों के अतिरिक्त असिस्टेंट प्रोफेसर के तकरीबन एक हजार नए पद खाली पड़े हैं। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को इन सभी पदों का ई-अधियाचन मिलने का इंतजार है।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान का कहना है कि शिक्षा विभाग में वर्षों से भर्तियां लंबित हैं। शासन ने ई-अधियाचन की व्यवस्था इसलिए लागू की, ताकि भर्तियां समय से पूरी हो सकें, लेकिन विभागों की लापरवाही के कारण भर्तियां फंसी हुई हैं और बेरोजगार अभ्यर्थी नौकरी के लिए भटक रहे हैं।