छह हजार शिक्षकों का कुनबा, राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए एक भी आवेदन नहीं
मथुरा। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए नवाचार, बेहतर कार्यों के साथ ही अब छात्रों की संख्या आधार बनी तो शिक्षकों ने अपने कदम पीछे कर लिए हैं। जिले में करीब छह हजार शिक्षक कार्यरत हैं।
राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए जिले से बेसिक शिक्षा विभाग के एक भी शिक्षक ने आवेदन नहीं किया है।
बेसिक शिक्षा विभाग हर वर्ष श्रेष्ठ शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार देता है। इस पुरस्कार के लिए हर वर्ष जिलों में आवेदन को मारामारी रहती थी। लगभग 10 शिक्षक हर जिले से आवेदन करते थे। पिछले वर्ष शासन ने आवेदन के नियम बदल दिए।
बीएसए सुनील दत्त ने बताया कि अब प्राथमिक स्कूल में न्यूनतम 150, उच्च प्राथमिक में 105 और कंपोजिट स्कूल में कम से कम 255 छात्र होने पर ही शिक्षक पुरस्कार को आवेदन कर सकते हैं। साथ ही शिक्षक अपनी सेवा के 15 वर्ष पूर्ण कर चुका हो और उसकी सेवानिवृत होने में पांच वर्ष से कम की अवधि न बची हो। अब कक्षा एक में छह वर्ष से कम उम्र के छात्र को प्रवेश नहीं दिया जा सकता है।
इस कारण स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार कम हो रही है। ऐसे में नए नियम शिक्षकों के आवेदन में रोड़ा बन रहे हैं। प्रदेश के 29 जिलों के सिर्फ 46 शिक्षकों ने आवेदन किए गए हैं। वंचित जिलों में मथुरा की स्थिति भी शून्य है।