महाकुंभ के बीच प्रयागराज में 8वीं तक के स्कूल बंद, UP बोर्ड परीक्षाओं को लेकर जारी की गई एडवाइजरी
महाकुंभ 2025 अबतक बहुत ही भव्य और उत्साही है, लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने संगम पहुंच रहे हैं, जिससे प्रयागराज नगर में भीड़ और अव्यवस्था का माहौल बन गया है. इसी के चलते प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं ताकि भीड़ प्रबंधन सुचारू रूप से किया जा सके. अब तक महाकुंभ में 54 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं.
इस बीच जिले में अहम परीक्षाएं होनी है, जिसके शेड्यूल में बदलाव करना पड़ा है.
जिलाधिकारी के निर्देश पर बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने एडवाइजरी जारी कर कहा कि कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को 20 फरवरी तक बंद कर दिया गया है. स्कूल अधिकारियों ने कक्षा 8वीं तक की परीक्षाओं को महाकुंभ के बाद कराने का फैसला किया गया है, जिससे छात्र और शिक्षक दोनों ही परेशानी से बच सकें. ICSE-CISE और यूपी बोर्ड के 8वीं के छात्र अब महाकुंभ के बाद आयोजित परीक्षाओं में हिस्सा लेंगे. उनके लिए ऑनलाइन कक्षाओं की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. वहीं, डीएलएड के दूसरे और चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं भी टाल दी गई हैं.
ICSE और CISE बोर्ड के स्टूडेंट्स को भी राहत
इनके अलावा, ICSE और CISE बोर्ड ने यह घोषणा की है कि जो छात्र जाम के कारण परीक्षा केंद्रों पर नहीं पहुंच पाएंगे, उनके लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी. जिलाधिकारी के निर्देश पर बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने किसी भी संभावित बाधा को देखते हुए ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन का निर्देश दिया है. शिक्षक विद्यालयों में उपस्थित रहकर डीबीटी, आधार सीडिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्य करेंगे.
24 फरवरी से 12 मार्च तक यूपी बोर्ड की परीक्षाएं
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित की जाएंगी, जिसमें 54,32,519 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है. इसी बीच सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं पहले ही 15 फरवरी से शुरू हो गई हैं. प्रयागराज और अन्य शहरों में भी यातायात समस्या को देखते हुए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है, ताकि परीक्षा के दौरान छात्रों को कोई असुविधा न हो। छात्रों से कहा गया है कि वे समय से पहले घर से निकलें.
ICSE की परीक्षा 27 मार्च तक चलेगी
ICSE की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हो गई हैं, जिसमें पहला पेपर अंग्रेजी का था. ये परीक्षाएं 27 मार्च 2025 तक चलेंगी. परीक्षार्थियों के लिए बोर्ड ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि वे किसी भी प्रकार की समस्या से बच सकें. उन्हें परीक्षा केंद्र में समय से आधा घंटा पहले पहुंचने की सलाह दी गई है. महाकुंभ के चलते बढ़ती भीड़ और उसके प्रभाव से शिक्षा प्रणाली भी प्रभावित हो रही है. प्रशासन की यह कोशिश है कि इन अव्यवस्थाओं के बीच शिक्षा की प्रक्रिया बाधित न हो और छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे.