इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षा कल से
प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा एक फरवरी से प्रारंभ हो रही है. यह परीक्षा दो चरणों में संपन्न कराई जाएगी. प्रथम चरण में एक से आठ फरवरी के मध्य आठ मंडलों के जिलों में परीक्षा होगी.
इसके लिए 9,977 परीक्षक तैनात किए गए हैं. बोर्ड सचिव भगवती ङ्क्षसह ने गुरुवार शाम को बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली और मेरठ के अपर सचिवों एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ वीडियो कान्फ्रेंङ्क्षसग कर परीक्षा की तैयारियों को परखा और जरूरी निर्देश दिए.
एप से दिये जाएंगे अंक
इस प्रायोगिक परीक्षा में पहली बार परीक्षकों द्वारा परीक्षार्थियों को विद्यालय परिसर से ही एप के माध्यम से पोर्टल पर अंक प्रदान करने होंगे. बोर्ड सचिव ने अपने 11 उप सचिवों को अलग-अलग विद्यालयों में भेजकर एप के माध्यम से अंक प्रदान करने की प्रक्रिया का सफल परीक्षण करा लिया है. उप सचिवों की रिपोर्ट के आधार एप के संचालन का फ्लोचार्ट बनवाकर जिलों में भेज दिया गया है. इसके अलावा बोर्ड परीक्षकों की सूची और उन्हें आवंटित विद्यालयों की सूची के साथ परीक्षा संबंधी प्रपत्र क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से जिलों में पूर्व में ही भेजे जा चुके हैं.
वीसी पर की बात
बोर्ड सचिव ने वीडियो कान्फ्रेंङ्क्षसग में कहा कि प्रायोगिक परीक्षा शत प्रतिशत सीसीटीवी की निगरानी में कराई जाएगी. इसकी रिकार्डिंग विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को सुरक्षित रखनी होगी. परीक्षकों को अपने साथ आधार कार्ड या कोई मान्य पहचान पत्र रखना होगा, जिसकी एक प्रति प्रधानाचार्य अभिलेख के रूप में सुरक्षित रखेंगे. क्षेत्रीय अपर सचिवों एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों ने बताया कि पहले चरण की परीक्षा के लिए प्रपत्र परीक्षकों को उपलब्ध करा दिए गए हैं. सभी ने सीसीटीवी के क्रियाशीलता के बारे में भी जानकारी दी. प्रायोगिक परीक्षा का पर्यवेक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रथम चरण में अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी एवं गोरखपुर मंडल के जिलों में परीक्षा कराई जाएगी.
लिखित के बाद होगी छूटे परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा
यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की लिखित एवं इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा के आयोजन की रूपरेखा तैयार कर ली है. प्रायोगिक एवं लिखित परीक्षा की तिथि घोषित करने के बाद इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा देने से वंचित रह जाने वाले छात्र-छात्राओं को एक अवसर देने की भी व्यवस्था बोर्ड ने सुनिश्चित कर ली है. छूटे परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा लिखित परीक्षा संपन्न होने के बाद कराई जाएगी. यानी कि छूटे परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा अब 12 मार्च के बाद संपन्न कराई जाएगी. पूर्व में घोषित कार्यक्रम के अनुसार दूसरे चरण की परीक्षा एक फरवरी से आठ फरवरी के मध्य संपन्न कराकर छूटे परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा भी लिखित परीक्षा से पहले कराने की योजना थी, लेकिन जेईई के कारण प्रायोगिक परीक्षा के आयोजन का कार्यक्रम बदलकर नई तिथि घोषित कर दी गई. नई तिथि में प्रायोगिक परीक्षा अब 16 फरवरी को संपन्न होनी है. इसी तरह लिखित परीक्षा 24 फरवरी से प्रारंभ होने की तिथि पूर्व में ही घोषित की जा चुकी है. ऐसे में प्रायोगिक परीक्षा संपन्न होने और लिखित परीक्षा शुरू होने में केवल एक सप्ताह का ही अंतराल होने के कारण बोर्ड प्रायोगिक परीक्षार्थियों की छूटी परीक्षा अब 12 मार्च के बाद संपन्न कराएगा, ताकि लिखित परीक्षा की तैयारी में परीक्षार्थियों को कोई दिक्कत न हो. इस अनुरूप वर्ष 2025 की लिखित और प्रायोगिक परीक्षाएं संपन्न कराने की योजना तैयार कर ली गई है.
इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा दो चरणों में संपन्न कराने की योजना पहले बनाई थी. प्रथम चरण की परीक्षा का श्रीगणेश 23 जनवरी से होना था, लेकिन आइआइटी जेईई की परीक्षा 22 जनवरी से प्रारंभ हो जाने के कारण यूपी बोर्ड की पहले चरण की प्रायोगिक परीक्षा टाल दी गई.
भगवती ङ्क्षसह, सचिव यूपी बोर्ड