JNVST 2025 : नवोदय में चाहिए एडमिशन, तो ऐसे करें तैयारी, पूछे जाएंगे 80 प्रश्न, देखें पेपर पैटर्न और सिलेबस
JNVST 2025 : नवोदय विद्यालयों में प्रवेश के लिए हर साल जवाहर नवोदय विद्यालय सेलेक्शन टेस्ट (JNVST) का आयोजन किया जाता है. इसके माध्यम से कक्षा 6 और कक्षा 9 में प्रवेश मिलता है. शैक्षणिक सत्र 2025-26 में कक्षा 6 में दाखिले के लिए नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा (JNVST 2025) 18 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएगी.
नवोदय विद्यालय समिति ने जेएनवीएसटी 2025 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं. जिसे ऑफिशियल वेबसाइट https://navodaya.gov.in पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है. अभी प्रवेश परीक्षा में करीब एक महीने का वक्त है. अगर पूरी लगन और योजना बनाकर तैयारी की जाए तो नवोदय में दाखिले का सपना पूरा हो सकता है.
JNVST 2025 : नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा का पैटर्न
नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा (JNVST) में तीन सेक्शन होते हैं- मानसिक योग्यता परीक्षण, अंकगणित परीक्षण और भाषा परीक्षण. JNVST 2025 परीक्षा पैटर्न इस प्रकार है-
कुल अंक | 100 |
कुल प्रश्न | 80 |
परीक्षा की अवधि | 2 घंटे |
JNVST 2025 Syllabus For 6th Class
जेएनवीएसटी में ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल पूछे जाते हैं. इनमें चार विकल्प मिलते हैं. चारों में से कोई एक सही विकल्प चुनना होता है. इस प्रवेश परीक्षा में कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होती. मतलब गलत जवाब देने पर नंबर नहीं कटते. एक और बात, प्रवेश परीक्षा ओएमआर शीट पर होती है. जिसमें गोले भरने होते हैं.
परीक्षा में मानसिक योग्यता परीक्षण सेक्शन में 50 अंक के 40 प्रश्न पूछे जाते हैं. जबकि अंकगणित और भाषा के सेक्शन में 25-25 अंक के 20-20 प्रश्न पूछे जाते हैं. इस तरह परीक्षा में कुल 100 अंकों के 80 प्रश्न होते हैं.
JNVST 2025 : ऐसे करें नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा की तैयारी
सिलेबस का विश्लेषण करें
बच्चों को नवोदय की प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू कराने से पहले सिलेबस का एनालिसिस करें. फिर बच्चों को बताएं. फिर परीक्षा में पूछे जाने वाले सवालों के प्रकार और परीक्षा पैटर्न की जानकारी दें.
टाइम टेबल बनाकर करें पढ़ाई- सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की जानकारी देने के बाद बच्चों के लिए टाइम टेबल बनाएं. इसमें बच्चों के मजबूत और कमजोर विषय का ध्यान रखें और उसी अनुसार टाइम का बंटवारा करें. पढ़ाई के दौरान बच्चों के प्रॉपर ब्रेक का भी ध्यान रखें.
रट्टा मारने से बचें
नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी के दौरान ध्यान रखें कि बच्चा रट्टा मारने से बचे. इसकी बजाए वह विषय को समझने की कोशिश करे. गणित के सूत्रों के नोट्स बनवाएं. रीजनिंग के सवालों को समझाने की कोशिश करें.
गणित विषय पर दें जोर
प्रवेश परीक्षा की तैयारी में गणित विषय पर जोर देना बहुत जरूरी है. अधिकतर बच्चे गणित के सवालों में ही फंस जाते हैं.
अच्छी बुक का करें इस्तेमाल
छठवीं कक्षा में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा देने वाले बच्चों की उम्र काफी कम होती है. वे पढ़ाई में बहुत अच्छी तरह फोकस नहीं कर पाते. इसलिए माता-पिता को मदद करनी पड़ती है. इसलिए बच्चों की तैयारी ऐसी बुक से करानी चाहिए, जिसमें गणितीय और रीजनिंग के सवालों को हल करने के लिए बड़ी संख्या में चित्र बने हों. किताब की भाषा सरल हो. कक्षा छह के लिए जेएनवीएसटी की तैयारी के लिए अरिहंत प्रकाशन की किताब अच्छी मान जाती है. यह अमेजन जैसे प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध है.