यूपी बोर्ड : 15 से 20 विद्यालयों के लिए बना दिया एक परीक्षा केंद्र
प्रयागराज। इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा को 15 से 20 विद्यालयों के लिए एक ही केंद्र बना दिया गया है। इससे किसी विद्यालय में छात्र संख्या ज्यादा तो कहीं कम हो गई है। जहां ज्यादा है, उनके लिए परीक्षा कराना मुश्किल होगा। इसलिए वह कम कराने को आपत्ति किए हैं।
इसके अलावा जिओ लोकेशन से दूरी नापकर केंद्र बनाने में भी गड़बड़ियां हुई हैं। कई केंद्र 15 किमी. दूर बना दिए गए हैं।
मेडिकल चौराहे के पास राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) को 20 से अधिक विद्यालयों का केंद्र बना दिया गया है। इसे नैनी, झुंसी, फाफामऊ, धूमनगंज, ट्रांसपोर्ट नगर, झलवा आदि के विद्यालयों का केंद्र बनाया गया है।
यह सभी विद्यालय जिओ लोकेशन में 12 किमी. के अंदर हैं, लेकिन सड़क मार्ग
राजकीय इंटर कॉलेज में 1544 छात्र आवंटित, यूपी बोर्ड को बढ़ानी पड़ेगी केंद्रों की संख्या
से इनकी दूरी ज्यादा है। बीच में दो नदियां भी हैं। इस विद्यालय में 1544 बच्चे आवंटित किए हैं। इतने बच्चों का केंद्र पहले कभी नहीं बनाया गया था।
ऐसे ही केसर विद्यापीठ मीरगंज में 1059 बच्चों का केंद्र बनाया गया है। इसमें मुंडेरा, नैनी, धूमनगंज, भोला का पुरवा, प्रीतमनगर आदि के विद्यालयों के बच्चों का केंद्र बनाया गया है।
अग्रसेन इंटर कॉलेज में बमरौली, बेगम बाजार, दारागंज, झुंसी, सलोरी, गांजा चिल्ला आदि के विद्यालयों के बच्चों का केंद्र बनाया गया है। भारत स्काउट गाइड में सोरांव और फाफामऊ के स्कूलों का केंद्र बनाया गया है।
बोर्ड का मानक है कि बालिकाओं के लिए सात और बालकों के लिए 12 किमी की दूरी तक के विद्यालय केंद्र बनाए जाएंगे। बोर्ड ने इनका पालन किया लेकिन, दूरी ऑनलाइन नापकर। इससे सड़क मार्ग से दरी में अंतर आ गया है। शहर के बड़े विद्यालयों में गांव के कई विद्यालयों का केंद्र बना दिया गया है। इससे केंद्र कम हो गए, लेकिन जहां बच्चे ज्यादा आवंटित किए गए, उनके लिए परेशानी हो गई है। ऐसे ही हालात प्रदेशभर के सभी जिलों के हैं।
इस तरह केंद्र बनाने के कारण पिछले वर्ष के सापेक्ष 608 केंद्र कम हो गए हैं। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि प्रधानाचार्यों ने आपत्ति की है। उसके निस्तारण के लिए टीम ने काम शुरू कर दिया है। 23 नवंबर तक निस्तारण कर दिया जाएगा। उसके बाद कुछ केंद्र बढ़ाए जा सकते हैं