अध्यापकों की सर्विस बुक गुम होने का मामला गहराया, नोटिस जारी
जिला बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत अध्यापकों की सर्विस गायब होने का मामला गहराता जा रहा है। ऊन में चार अध्यापकों की सर्विस बुक गायब होने का पता लगते ही अन्य मामले भी सामने आने लगे है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष का कहना है कि कई अन्य शिक्षकों की सर्विस बुक भी गायब है। इनमें मृतक भी शामिल है। बीएसए ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए लिपिक को नोटिस जारी करने के साथ ही जिले के ब्लाकवार शिक्षकों की सर्विस बुक की सूचीबद्ध सूचना तलब की है। ऊन ब्लाक में तैनात चार शिक्षकों की सर्विस बुक गायब होने का मामला उजागार होने के बाद बीएसए दफ्तर में हड़कंप मचा है। सूत्रों के मुताबिक कई अन्य शिक्षकों की भी सर्विस बुक उन्हें आवश्यकता के दौरान उपलब्ध नहीं कराई गई। सेवाकाल के दौरान मरने वाले शिक्षकों के आश्रित ने पिता की सर्विस बुक मांगी लेकिन उसे सर्विस बुक उपलब्ध नहीं कराई गई। शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नितिन कुमार का कहना है तीन अन्य शिक्षकों की सर्विस बुक भी गायब है लेकिन उन्होंने इसकी लिखित शिकायत नहीं की है। इसके अलावा कई मृतक शिक्षकों के आश्रितों को मांगने पर भी उनकी सर्विस बुक उपलब्ध नहीं कराई गई है। बीएसए ने मामले की गंभीरता को देखते हुए लिपिक नोटिस जारी कर को दो दिनों में अब तक की गुम हुई सभी सर्विस बुकों को लेकर स्पष्टीकरण तलब किया है। इसके साथ ही ब्लाकों के शिक्षकों की सर्विस बुक के बारे में समस्त जानकारी मांगी है।
सर्विस बुक अहम दस्तावेज
सर्विस बुक शिक्षक के सेवाकाल के लेखेजोखे का अहम दस्तावेज है। इसमें नियुक्ति से लेकर सेवानिवृत्ति तक शिक्षक का समस्त रिकार्ड दर्ज होता है। सविर्स बुक के आधार पर ही वेतन निर्धारण एवं वरीयता सूची एवं पदोन्नति, सेवानिवृत्ति लाभ आदि सभी इसी के आधार पर दिए जाते है।
कोट-
लिपिक को कारण बताओं नोटिस दे दिया गया है जिसका जवाब लिपिक को दो दिनों के भीतर देना होगा। वही अध्यापको गुम हुई सर्विस बुक को दोबार बनाने के निर्देश जारी किए गए है। इसके साथ ही सभी शिक्षकों की सर्विस बुक के बारे में जानकारी मांगी गई है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी - लता राठौर