गुड न्यूज: ऑनलाइन होगा शिक्षकों का प्रमोशन, समय सीमा आधारित गाइड लाइन जारी
Teachers Promotion: उत्तर प्रदेश के 331 अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों और 172 राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों और पुस्तकालय अध्यक्षों की कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के तहत प्रोन्नति समर्थ पोर्टल के माध्यम से होगी।
प्रमुख सचिव शासन एमपी अग्रवाल ने 16 अक्तूबर को शिक्षकों की ऑनलाइन पदोन्नति के आदेश जारी करने के साथ ही उच्च शिक्षा निदेशक और सभी राज्य विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को समयसीमा अधारित गाइडलाइन भी भेजी है।इससे पहले ऑफलाइन प्रोन्नति होती थी। कई बार कॉलेज प्रबंधकों और अधिकारियों की उदासीनता के कारण अर्हता पूरी करने के बावजूद सालों शिक्षकों की प्रोन्नति नहीं हो पाती थी। प्रमुख सचिव ने साफ किया है कि एक अक्तूबर 2024 के बाद प्रोन्नति की अर्हता पूरा करने वाले शिक्षकों की पदोन्नति केवल समर्थ पोर्टल के माध्यम से ही होगी। एक अक्तूबर से पहले अर्हता पूरी करने वाले शिक्षक ऑनलाइन प्रोन्नति के लिए यूजीसी रेगुलेशन 2018 के अनुसार आवेदन कर सकते हैं।यदि कोई शिक्षक यूजीसी रेगुलेशन 2010 के तहत आवेदन करता है तो प्रोन्नति ऑफलाइन होगी। प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है कि भविष्य में ट्रांसफर होने पर मानव संपदा या कोषागार की तरह शिक्षक के डेटा को नवीन महाविद्यालय में 15 दिन में स्थानान्तरित करना होगा।
20 जुलाई 2023 को हुआ था समझौता
शिक्षकों की पदोन्नति समयबद्ध, निष्पक्ष, पारदर्शी तथा त्वरित गति से करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों ने 20 जुलाई 2023 को समर्थ के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया था।
राजकीय और एडेड कॉलेजों की अलग गाइडलाइन
शासन की ओर से राजकीय और शासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में प्रमोशन की अलग-अलग गाइडलाइन जारी हुई है। राजकीय महाविद्यालयों में सबसे पहले शिक्षक अपनी लॉगिन से प्रोन्नति के लिए आवेदन करेंगे। इसके 20 दिन में आवेदन आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के सदस्यों को मिल जाएगा। उसके 20 दिन में आवेदन पत्र प्राचार्य और अगले 20 दिन में निदेशक उच्च शिक्षा को मिलेगा। निदेशक से अग्रसारित आवेदन विशेष सचिव को मिलेगा और 30 दिन में प्रोन्नति का आदेश जारी हो जाएगा। एडेड कॉलेजों में भी अधिकतम 100 दिन में प्रोन्नति की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
क्या बोले शिक्षक नेता
उत्तर प्रदेश राजकीय महाविद्यालय शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि ऑनलाइन प्रोन्नति के निर्णय से शिक्षकों में खुशी है। अब अर्हता पूरी करने के बाद उन्हें शिक्षा निदेशालय और शासन के चक्कर नहीं लगाने होंगे। पिछले वर्ष उच्च शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था कि शिक्षकों के प्रमोशन में बहुत ज्यादा विलंब हो जाता है, विशेष रूप से राजकीय महाविद्यालय के शिक्षकों का प्रमोशन तीन वर्ष से अधिक समय से रुका हुआ था।
