जन्म प्रमाणपत्र बनवाने का शिक्षकों ने शुरू किया विरोध
सुल्तानपुर। परिषदीय स्कूलों के गुरुजी अब अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों का जन्म प्रमाणपत्र बनवाएंगे। साथ ही बच्चों का जन्म प्रमाणपत्र व आधार कार्ड संख्या निर्धारित पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
प्रधानाध्यापकों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। शासन का आदेश आते ही शिक्षकों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है।
बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों का आधार कार्ड अनिवार्य किया गया है। आधार से लिंक खाते में ही बच्चों के लिए ड्रेस, बैग, जूते-मोजे का पैसा भेजा जाता है। आधार बनवाने की जिम्मेदारी भी प्रधानाध्यापक व शिक्षक उठा चुके हैं। इसमें उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ी, लेकिन अब भी काफी बच्चों व अभिभावकों के आधार कार्ड नहीं बन सके। जिले में करीब 20 फीसदी बच्चों के खाते में धनराशि नहीं भेजी जा सकी है।
अब प्रमाणपत्र बनवाए जाने के आदेश का विरोध शुरू हो गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद पांडेय ने कहा कि ऐसे फैसले का सभी शिक्षक विरोध करेंगे। आधार कार्ड बनवाने में शिक्षकों ने बहुत परेशानी झेली है। मीडिया प्रभारी रणवीर सिंह ने कहा कि जन्म प्रमाणपत्र बनवाने में शपथपत्र और शुल्क लगता है, इसका वहन कौन करेगा। इसके अलावा कार्यालयों का चक्कर कौन काटेगा। अगर आदेश वापस नहीं हुआ तो शिक्षक आंदोलन करेंगे।
वहीं, बीएसए उपेंद्र गुप्ता ने बताया कि शासन के आदेश पालन कराया जाएगा। दिक्कत आने पर उसका निस्तारण होगा। अभी किसी के विरोध की बात सामने नहीं आई है।