अपनी मांगों को लेकर सूबे के बीएसए कार्यालयों पर शिक्षामित्रों ने दिया धरना, भरी हुंकार
सूबे के बीएसए कार्यालयों पर शिक्षामित्रों ने भरी हुंकार, दिया धरना। शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन करते हुए गरते और अपनी मांगों को पूरी नहीं होने पर शिक्षक दिवस पर 05 सितंबर को लखनऊ में आंदोलन की चेतावनी दी। शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
शिक्षामित्रों के प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को पूर्ण शिक्षक का दर्जा दे सकती है। लेकिन सरकार इस पर कोई पहल नहीं कर रही है। कोर्ट ने अलग अलग मामलों में समान कार्य के लिए समान वेतन देने का निर्देश दे चुके है। लेकिन अभी शिक्षामित्रों से शिक्षकों के तहत समान कार्य कराने के बाद अल्प मानदेय दिया जा रहा था। महिला शिक्षामित्रों को उनकी ससुराल के जनपद वाले विद्यालयों में स्थानांतरण पाने का अवसर प्रदान किया जाए।
जिले के अंदर के तैनात शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालय या गांव के पास के विद्यालयों में भेजा जाए। कहा कि शिक्षामित्रों को कैशलेस चिकित्सा की सुविधा आयुष्मान कोर्ड की सुविधा प्रदान किया जाए। महिला शिक्षामित्रों को सीसीएल की सुविधा प्रदान किया जाए।
आकस्मिक अवकास 11 के स्थान पर 14 दिया जाए और सेवा निवृत्त की आयु 62 वर्ष किया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों की समस्याओं पर सरकार और विभाग ध्यान नहीं दे रही है। जिससे शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। इसके लिए शिक्षामित्र काफी पहले से मांग कर रहे है। शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान नहीं होने पर संगठन 5 सितम्बर को लखनऊ में प्रदर्शन करेगा।
